एक दोस्त है, जो वक्त बेवक्त याद आ जाती है!!!
एक दोस्त है, जो वक्त बेवक्त याद आ जाती है,
एक तस्वीर है जिसे पलभर देख लूं, तो ना जानें कितनी यादें ताज़ा हो जाती है....
इतने किस्से है लड़ाई के, मौज-मस्ती के, अपनेपन के, कि वो मेरे ज़हन में कहीं ना कहीं से आ ही जाती...
एक तस्वीर है जिसे पलभर देख लूं, तो ना जानें कितनी यादें ताज़ा हो जाती है....
इतने किस्से है लड़ाई के, मौज-मस्ती के, अपनेपन के, कि वो मेरे ज़हन में कहीं ना कहीं से आ ही जाती...