छाता
तोड़ डाली थी जिसने बंदिशें
वो जरूर सबसे ताकतवर होगा
तन से ही नहीं मन से भी
मैं शायद कमज़ोर हूं
तन से भी, मन से भी
तभी देखो भीग गया है मेरा छाता
और भीग गई हूं मैं भी
क्यों नहीं खोल पाई बूंदों के...
वो जरूर सबसे ताकतवर होगा
तन से ही नहीं मन से भी
मैं शायद कमज़ोर हूं
तन से भी, मन से भी
तभी देखो भीग गया है मेरा छाता
और भीग गई हूं मैं भी
क्यों नहीं खोल पाई बूंदों के...