अजब गजब लोगों का मिजाज होता जा रहा है
अज़ब गज़ब लोगों का मिज़ाज़ होता जा रहा है।
मोबाइल से चिपके रहना,रिवाज़ होता जा रहा है।।
एक चेहरे पे कई चेहरे ओढ़े मिलेगा हर एक अब।
असलियत छुपाने में हर एक उस्ताद होता जा रहा है।।
बात से तुरन्त पलट जाना,आवश्यकतानुसार ढल जाना।
रंग बदलने में इंसाँ गिरगिट का भी बाप होता जा रहा है।।...
मोबाइल से चिपके रहना,रिवाज़ होता जा रहा है।।
एक चेहरे पे कई चेहरे ओढ़े मिलेगा हर एक अब।
असलियत छुपाने में हर एक उस्ताद होता जा रहा है।।
बात से तुरन्त पलट जाना,आवश्यकतानुसार ढल जाना।
रंग बदलने में इंसाँ गिरगिट का भी बाप होता जा रहा है।।...