ऐ खुदा तूने इस दिल को मोम का क्यों बनाया है ( continued....)
यूँ तो एक छोटी सी मुस्कान के पीछे कई आंसू छिपाया है,
यूँ तो एक छोटी सी मुस्कान के पीछे कई आंसू छिपाया है,
पर इस दिल को रोर से रोक कौन पाया है,
मुश्किलें तो बहुत आयी रस्ते में मगर गम सिर्फ इस बात का है कि,
ऐ खुदा तूने इस दिल को मोम का क्यों बनाया है,
ऐ खुदा तूने इस दिल को मोम का क्यों बनाया है।
यूँ तो एक छोटी सी मुस्कान के पीछे कई आंसू छिपाया है,
पर इस दिल को रोर से रोक कौन पाया है,
मुश्किलें तो बहुत आयी रस्ते में मगर गम सिर्फ इस बात का है कि,
ऐ खुदा तूने इस दिल को मोम का क्यों बनाया है,
ऐ खुदा तूने इस दिल को मोम का क्यों बनाया है।