नैहर
खेल खिलौने बचपन छूटा,
बाबुल तोरा आंगन रूठा,
मैं तो चली सज पी के घर को,
तोसे मोरा नाता अब टूटा ही जाए,
बाबुल मोरा नैहर छूटो जाए,
छोड़ चली सपनों का आंगन,
बीती सारी रतियां बतियां...
बाबुल तोरा आंगन रूठा,
मैं तो चली सज पी के घर को,
तोसे मोरा नाता अब टूटा ही जाए,
बाबुल मोरा नैहर छूटो जाए,
छोड़ चली सपनों का आंगन,
बीती सारी रतियां बतियां...