क्यों यह शिकायत करती नहीं ।।
गलत तो तुम भी नहीं,गलत तो हम भी नहीं।
बैठे हैं एक ही कश्ती में,
अलग तो तुम भी नहीं अलग तो हम भी नहीं।।
नजारे अलग है,,सहारे नहीं।।
मंजिल अलग है,,किनारे नहीं।।
चलना है...
बैठे हैं एक ही कश्ती में,
अलग तो तुम भी नहीं अलग तो हम भी नहीं।।
नजारे अलग है,,सहारे नहीं।।
मंजिल अलग है,,किनारे नहीं।।
चलना है...