प्यार कहीं नहीं जाता
तेरी उस झलक में भोलापन था जो नैन नक्श से भी सुन्दर था
अभी भी वो कहीं बाकी है तुममें यकीन है मुझे जो कहीं खो गया था
मैं ऐसी नहीं किसी भी सूरत पर मर जाऊं तुम में अपना जैसा कुछ देखा था
हो...
अभी भी वो कहीं बाकी है तुममें यकीन है मुझे जो कहीं खो गया था
मैं ऐसी नहीं किसी भी सूरत पर मर जाऊं तुम में अपना जैसा कुछ देखा था
हो...