...

8 views

मन की बेचैनी

रोज़ रात को सोने से पहले खुली आँखों से सोता हूँ
मन में ना जाने क्या क्या सोचकर खूब रोता हूँ
आँखों में आँसू की एक बूंद भी गिरने नही देता हूँ
मन से रोकर धैर्य और दिमाग भी खोता हूँ
दिन भर की यादें रात में बहुत बैचैन...