...

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मेरे श्याम बिहारी 🥺❤️
नजाने अजीब सी बेचैनी है
तुम्हे देखने की अलग सी रूमानी है,

बहुत से सवाल जवाब करने बाकी है कान्हा,
तुमसे अपनी गलतियों की तकफीव करना बाकी है,

ना जाने कहा हो तुम, मेहसूस हर जगह होते हुए भी....
तुम्हारी हर समय कमी सी खिलती है,

बुहत कुछ जानना बाकी है
बुहत कुछ पहचानना बाकी है ,
अपने श्याम बिहारी को मनाना बाकी है

तेरी बनाई इस दुनिया में, कोई ना मिले तेरे जैसा...
बातें सब करे मोहन प्यारे की पर किसी में राम ना मिला,

पाप से भरी दुनिया में, मैं तुममे समा जाना चाहती हूं....
खुद के पापों को धोकर, तुम्हारे प्रेम में रंग जाना चाहती हूं....

ना जाने किस माया जाल में फँस चुकी हूँ,
तुम मुझे खोजों ना कान्हा,

मेरा हाथ थामकर, मेरे हो जाओ ना कान्हा,
इस कलयुग में, मुझे द्वापर युग दिखाओ
अपना बनाकर, तुम अपनी राधा संग दरस दिखाओ,

अगर कोई देना मेरे जीवन में, तो तुम अपनी छवि देना कान्हा,
और ना देना तो अपना बनाकर मुझे ले लेना कान्हा...





© Angelite** :)