जिस रास्ते से कोई नही जाता
हर रोज सुबह उगते सूरज के साथ
दो रास्ते दिखते है,
हर रोज मै अपनी खिड़की से
निहारती हु जो दिखते है,
मै रोज सोचती हु
कौनसा होगा वो रास्ता,
जहा मै जाऊंगी
स्कूल के बाद,
कई बार लगता है
जो पढा रहे है स्कूल मे
क्या वो सच है?
या कोई और भी स्कूल होगा
इस स्कूल के बाहर ?
मै कई बार माँ से भी कहती हु
बात करती हु इसी बारे मे,
पर न जाने क्यो
चुप करा...
दो रास्ते दिखते है,
हर रोज मै अपनी खिड़की से
निहारती हु जो दिखते है,
मै रोज सोचती हु
कौनसा होगा वो रास्ता,
जहा मै जाऊंगी
स्कूल के बाद,
कई बार लगता है
जो पढा रहे है स्कूल मे
क्या वो सच है?
या कोई और भी स्कूल होगा
इस स्कूल के बाहर ?
मै कई बार माँ से भी कहती हु
बात करती हु इसी बारे मे,
पर न जाने क्यो
चुप करा...