...

48 views

जरूरी है क्या✍️✍️
हर बात को जुबा पे लाना जरूरी है क्या ....
बिन कहे भी तो समझा जा सकता है
जज्बात को अल्फाज में पिरोना जरूरी है क्या................
लम्हा लम्हा ये ज़िन्दगी सजा लगने लगी है
इसमे तुम्हारा भी इस कदर सताना जरूरी है क्या........
इजहार से इंतजार का सफर बहुत लंबा हो रहा
इसमे मुझे बिना समझे तुम्हारा यूँ इनकार करना जरूरी है क्या........
जानती हूँ वक्त है गुजर जायेगा
नया वक्त भी आ जायेगा
पर यूँ हर रोज मुझे तोड़ जाना जरूरी है क्या......
ख्वाबो को सजाकर हर रोज आशियाना बनाती हूँ
उसे यूँ तिनका तिनका बिखेर देना जरूरी है क्या.......
हर बात को जुबां पे लाना जरूरी है क्या...
हर बात को जुबां ............
🤐🤐🤫🤫🤐🤐🤫🤫🤐🤐
© @nji