सही दिशा
रियासतों का युग गया
ये सियासतों का युग है
रियासतों की विरासत
षड्यंत्रों का बोलबाला
लोकतंत्र की सियासत
जनता का शासन आला
सियासत संभालने को
संघर्ष, शहादत को झेला
कांग्रेश और जनसंघ से
निकल निकल कर आए
कितने दलों का मेला
आज भी वही काम है
जनता के वही मसले हैं
समस्याएं भी तमाम हैं
समझ नहीं आता राजनीति में
धर्म का क्या काम है? ...
ये सियासतों का युग है
रियासतों की विरासत
षड्यंत्रों का बोलबाला
लोकतंत्र की सियासत
जनता का शासन आला
सियासत संभालने को
संघर्ष, शहादत को झेला
कांग्रेश और जनसंघ से
निकल निकल कर आए
कितने दलों का मेला
आज भी वही काम है
जनता के वही मसले हैं
समस्याएं भी तमाम हैं
समझ नहीं आता राजनीति में
धर्म का क्या काम है? ...