साथी हमसफ़र
परमात्मा ने जीवन के हर क्षण में
क्या बसा रखा है कण कण में
फूलों पर भंवरा मडराता क्यूं हैं
चांद को चकोर निहारता क्यूँ है.
पपीहा एक बूंद को लालायित क्यूँ है
आकाश को धरती की चाहत क्यूं है...
क्या बसा रखा है कण कण में
फूलों पर भंवरा मडराता क्यूं हैं
चांद को चकोर निहारता क्यूँ है.
पपीहा एक बूंद को लालायित क्यूँ है
आकाश को धरती की चाहत क्यूं है...