...

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Ek Sawal ....🙄....
मैंने कल मेरे पड़ोस में एक अर्थी सजते देखा ,,,सब रो रहे थे ,,,
पर मेरी आंखों से एक कतरा आंसु नही निकला था
बल्कि मेरे मन में कुछ सवालों ने जन्म लिया था
...........की..............
जिस शख्स को हम ज़िंदगी भर रुलाना चाहते है
आज उसी के लिए सबको रोते देखा
.......🙃🙃🙃🙃......
जिसके पास बैठने तक का समय ना था
आज उसके पास सभी लोगो को बैठते देखा
.......😌😌😌😌......
जिते जी ध्यान ना दिया उस पर
आज सबको उसी का ध्यान करते देखा
.......🧐🧐🧐🧐.......
जिनके दिल में गुस्सा नाराजगी प्रेम था
काश वो नाराजगी गुस्सा जीते जी खत्म कर देते
यही सोच...