अपने
पल पल खोया हरपाल रोया
जो चाहा वो मांग लिया ..
अदाते थी बुरी अपनो ने पहचान लिया,
फिर आया कोई प्यार बनके,
उसके लिए सब छोड़ दीया
अपने बन गए पराये
और दुनिया को भी ठुकरा दिया..
फिर उसने हमने बरबाद किया,
फिर गया अपनों के पास फिर से अपना लिया
पल पल खोया हरपाल रोया ,
जो चाहा वो मांग लिया ...
जो चाहा वो मांग लिया ..
अदाते थी बुरी अपनो ने पहचान लिया,
फिर आया कोई प्यार बनके,
उसके लिए सब छोड़ दीया
अपने बन गए पराये
और दुनिया को भी ठुकरा दिया..
फिर उसने हमने बरबाद किया,
फिर गया अपनों के पास फिर से अपना लिया
पल पल खोया हरपाल रोया ,
जो चाहा वो मांग लिया ...