राह
ना मिलना
ना राह तकना,
कभी अकेले सुन सान
जगह पर तुम
क्योंकि ज़माना
कुछ और ही सोच लेते है",,
क्योंकि ज़माना खुद के...
ना राह तकना,
कभी अकेले सुन सान
जगह पर तुम
क्योंकि ज़माना
कुछ और ही सोच लेते है",,
क्योंकि ज़माना खुद के...