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प्यारी आर्या
मोहब्बत सी हो गई हे तुम से मिलके
एक आदत सी हो गयी है तुम से मिलके
तेरी बाते कहा कोई मुजे समजाता
तेरा एहसास ही जो तुजे मुज्से जोड़ता
अल्फज़ो के बिना तेरी मेरी बाते चले
आंखो से आँखे मिला तू अपनी बात कहे
इठलाथी बल्खाति दिन भर तू
सुनती कहा किसी की तू
थोडी नादान थोडी शरारती तू
दिन भर सो के मजे मे रह्ती तू
थोडा रोते थोडा मुस्कुराते भावों का सेलाब हो तुम
दबी हुई मुस्कान के पिछेका साहिल हो तुम
चहेरा ऐसी जेसे चन्द्र्मा सजाता
गालो पे लाली जेसे सूरज भभकता
फुलो सी नाजुक मेरी गुडिया
पहेली नज़र का प्यार आर्या
-आगम
© All Rights Reserved
एक आदत सी हो गयी है तुम से मिलके
तेरी बाते कहा कोई मुजे समजाता
तेरा एहसास ही जो तुजे मुज्से जोड़ता
अल्फज़ो के बिना तेरी मेरी बाते चले
आंखो से आँखे मिला तू अपनी बात कहे
इठलाथी बल्खाति दिन भर तू
सुनती कहा किसी की तू
थोडी नादान थोडी शरारती तू
दिन भर सो के मजे मे रह्ती तू
थोडा रोते थोडा मुस्कुराते भावों का सेलाब हो तुम
दबी हुई मुस्कान के पिछेका साहिल हो तुम
चहेरा ऐसी जेसे चन्द्र्मा सजाता
गालो पे लाली जेसे सूरज भभकता
फुलो सी नाजुक मेरी गुडिया
पहेली नज़र का प्यार आर्या
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