प्यार को बस दीदार ए कसर है
वो खुशबू तुम्हारी वो काजल तुम्हारा..
वो ढल्का हुआ सा वो आंचल तुम्हारा।
अजब सी कशिश है अजब सा नशा है..
मर मर के जीने का कैसा मजा है।।
कहीं बह गए...
वो ढल्का हुआ सा वो आंचल तुम्हारा।
अजब सी कशिश है अजब सा नशा है..
मर मर के जीने का कैसा मजा है।।
कहीं बह गए...