बचपन ❤
#स्मृति_कविता
बचपन...
एक बचपन का जमाना था...
जिसमें खुशियों का जमाना था,
बस मौज मस्तिया थी...
ना कोई खुशियों का ठिकाना था...
चाहत चाँद को पाने की थी,
पर दिल तितलियों का दीवाना था...
साम को ना जाने की जिद्द थी...
फिर भी सुबह स्कूल जाना था...
थक कर जब आते थे स्कूल से,
हम फिर भी खेलने जाना था...
बारिश में कागज की नाव थी..,
हर मौसम सुहाना था..
रोने की वजह ना थी कोई...
ना हसने का कोई बहाना था..
क्यों हों गए इतने बड़े हम..
इस से अच्छा बचपन का जमाना था...
बाबा दादी की कहानियाँ थी ...
बस उसी मे खो जाना था..
ना नीद के लिए कोई बहाना था..
ना ही उठने का कोई ठिकाना था..,
ना शोर भरी दुनिया की कोई चिन्ता थी...
ना कारियर का कोई ठिकाना था ..
दस के नोट छोटे लगते थे हमारे लिए...
सिक्को मे भूल जाना था...
सबसे अच्छा तो वह बचपन का जमाना था..
#writco
#bachpan
#emotion
#feelings
© __jitu ji ❣️___
बचपन...
एक बचपन का जमाना था...
जिसमें खुशियों का जमाना था,
बस मौज मस्तिया थी...
ना कोई खुशियों का ठिकाना था...
चाहत चाँद को पाने की थी,
पर दिल तितलियों का दीवाना था...
साम को ना जाने की जिद्द थी...
फिर भी सुबह स्कूल जाना था...
थक कर जब आते थे स्कूल से,
हम फिर भी खेलने जाना था...
बारिश में कागज की नाव थी..,
हर मौसम सुहाना था..
रोने की वजह ना थी कोई...
ना हसने का कोई बहाना था..
क्यों हों गए इतने बड़े हम..
इस से अच्छा बचपन का जमाना था...
बाबा दादी की कहानियाँ थी ...
बस उसी मे खो जाना था..
ना नीद के लिए कोई बहाना था..
ना ही उठने का कोई ठिकाना था..,
ना शोर भरी दुनिया की कोई चिन्ता थी...
ना कारियर का कोई ठिकाना था ..
दस के नोट छोटे लगते थे हमारे लिए...
सिक्को मे भूल जाना था...
सबसे अच्छा तो वह बचपन का जमाना था..
#writco
#bachpan
#emotion
#feelings
© __jitu ji ❣️___