...

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दर्द की दास्तान
जब से गए हो तुम, सन्नाटा ही बोलता है,
इस खाली दिल में, अब सिर्फ दर्द ही डोलता है।
खुशियों की जगह, बस यादों का सिलसिला रह गया,
हर ख्वाब अधूरा, हर रात अकेला रह गया।

ज़िंदगी ने दिखाया है, ख्वाबों का जाल फिर भी,
दिल एक मुसाफिर, हर राह पे ठोकर खा के चलता है।
उन...