सुकून
सुकून के चाहत में
हम कभी वक्त तो कभी
किस्मत से लढ़े है...
उम्मीद सारी बिखर चुकी है
फिर भी जीने के जिद पर अड़े है...
बेमकसद सी लगती है जिंदगी
हम ऐसी तकलीफ में पड़े है...
ना दर्द महसूस होता है
ना खुशी.. मैं और मेरे एहसास
ऐसे दहलीज पर खडे है....
।।निशु।।
हम कभी वक्त तो कभी
किस्मत से लढ़े है...
उम्मीद सारी बिखर चुकी है
फिर भी जीने के जिद पर अड़े है...
बेमकसद सी लगती है जिंदगी
हम ऐसी तकलीफ में पड़े है...
ना दर्द महसूस होता है
ना खुशी.. मैं और मेरे एहसास
ऐसे दहलीज पर खडे है....
।।निशु।।