फक्कड़ की झोली में तु माल देख ले
फक्कड़ की झोली में तू माल देखले ।
जो ना देखा होगा कभी वो कमाल देखले ।
तुम ने समझा है जीवन से धन् कमाना ।
पर ये धन नहीं तुमरे संग है जाना ।
ये महल अटारी घर कोठी ठिकाना ।
पर घट में नहीं कोई पता निशाना ।
बन्द पलक करके इक मुकाम हेरे ले ।..... फककड़ की झोली में तू ... I
आया जीव लेके पंच तत्व का मेला
समय गवाँ दिया रोते हस्ते देख खेला ।
बड़ा बनाया मन हर्षाया
ले जा ना पाया इक ढेला
काली रात की कहर पड़ी गया काल के गेला।
जीते जी का इक क्षण खास वो एहसास हेर ले ।
फक्कड़ की झोली में तू
माल देख ले |
© All Rights Reserved
जो ना देखा होगा कभी वो कमाल देखले ।
तुम ने समझा है जीवन से धन् कमाना ।
पर ये धन नहीं तुमरे संग है जाना ।
ये महल अटारी घर कोठी ठिकाना ।
पर घट में नहीं कोई पता निशाना ।
बन्द पलक करके इक मुकाम हेरे ले ।..... फककड़ की झोली में तू ... I
आया जीव लेके पंच तत्व का मेला
समय गवाँ दिया रोते हस्ते देख खेला ।
बड़ा बनाया मन हर्षाया
ले जा ना पाया इक ढेला
काली रात की कहर पड़ी गया काल के गेला।
जीते जी का इक क्षण खास वो एहसास हेर ले ।
फक्कड़ की झोली में तू
माल देख ले |
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