ये है एक चिड़ियां की कहानी ।
छोटी सी उसकी दुनिया थी,
छोटी थीं उसकी जिंदगानी,
ऊंचे सपने पर टूटे दिल के ख्वाब थे बिखरे,
जब शुरू हुई एक नई कहानी।
सबने उसका साथ था छोड़ा,
उससे चाहते थे उसके सपनो की कुर्बानी,
घर में रहे, दर्द सहे, पर कुछ न कहे,
समाज की सपनो के खिलाफ एक और हैवानी।
चिड़िया ने सब छोड़, फिर उड़ना चाहा,
डर ने याद कराई बात पुरानी,
संभल के उड़ना,...
छोटी थीं उसकी जिंदगानी,
ऊंचे सपने पर टूटे दिल के ख्वाब थे बिखरे,
जब शुरू हुई एक नई कहानी।
सबने उसका साथ था छोड़ा,
उससे चाहते थे उसके सपनो की कुर्बानी,
घर में रहे, दर्द सहे, पर कुछ न कहे,
समाज की सपनो के खिलाफ एक और हैवानी।
चिड़िया ने सब छोड़, फिर उड़ना चाहा,
डर ने याद कराई बात पुरानी,
संभल के उड़ना,...