ख़याल
#सपनेऔरदुःस्वप्न
जाना
मेरी जाना कहां हो तुम
यहां हो भी या नहीं
नहीं मालूम मुझको कि कहां हो तुम
मगर हां ऐसा भी हो सकता है कि तुम भी
मेरी तरह अपने ही ख्यालों में टहलती हो
जहां मैं तुम को देखता हूं और कहता हूं
यहां कैसे हुआ आना बता भी दो
न जाने क्यों तुम मुस्कराती हो मुझे पाकर यहां पर
या तुम को भी यकीं हो कि मैं तुम से ही तो मिलने आया हूं
और बातों को घुमा कर पूछती हो कि ...
जाना
मेरी जाना कहां हो तुम
यहां हो भी या नहीं
नहीं मालूम मुझको कि कहां हो तुम
मगर हां ऐसा भी हो सकता है कि तुम भी
मेरी तरह अपने ही ख्यालों में टहलती हो
जहां मैं तुम को देखता हूं और कहता हूं
यहां कैसे हुआ आना बता भी दो
न जाने क्यों तुम मुस्कराती हो मुझे पाकर यहां पर
या तुम को भी यकीं हो कि मैं तुम से ही तो मिलने आया हूं
और बातों को घुमा कर पूछती हो कि ...