हमारी दोस्ती
हम साथ जब कभी होते हैं
हम साझा करते हैं तमाम बाते
किस्से कहानियां और
खाने की रेसिपी से लेकर
घर की तू तू मैं मैं
हम तराशते हैं साथ में
एक दूसरे को
हम जब कभी साथ होते हैं
बांटते हैं सुख दुख
कहते है अनकही बातें
रो लेते है एक दूसरे के कंधे पर
सहारा देते हैं और
बन जाते हैं ताकत
मिल जाता है हौंसला
जिंदगी से लड़ने का
और जिंदगी को समझने का
कितनी पहेलियां सुलझाते है
ये बात अलग है हम मिलते कम
बस फोन पर बतियाते है l
कभी कभी करते है गॉसिप
खिलखिलाकर हंस पड़ते है
कभी कभी फैशन ट्रेंड को लेकर
हम मचल पड़ते है l
कभी कॉलेज के किस्से
कभी गली की बातें
कभी कैरियर कभी बच्चे
कभी गृहस्थी यही किस्से
अधूरे ख्वाब अधूरी कहानी
सब कुछ
अब रील्स बनाते है
एक दूसरे को भेजते है l
रोज कुछ नया करते हैं
कुछ सीखते कुछ टूटते
कुछ बिखरते कुछ बनते
बस हम आगे बढ़ते है
साथ साथ
ये हैं हमारी दोस्ती
हम महिलाओं की दोस्ती
पान पत्तों से ऊपर
दिल से दिल की दोस्ती ।
श्रद्धा
© Shraddha S Sahu