किसी को हसते तो किसी को रोते देखा.
किसी को हसते तो किसी को रोते देखा.
समझ में न आए कैसी बनी ये क़िस्मत की रेखा.
न समझ तेरी दिल की बातो को मैने कैसे जानी.
जब छलका गुलाब से ओश का पानी.
तेरी दिल की बातो को मैने युही देखा.
किसी को हसते तो किसी को रोते देखा.
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समझ में न आए कैसी बनी ये क़िस्मत की रेखा.
न समझ तेरी दिल की बातो को मैने कैसे जानी.
जब छलका गुलाब से ओश का पानी.
तेरी दिल की बातो को मैने युही देखा.
किसी को हसते तो किसी को रोते देखा.
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