वो अपने नही
अपने होने का दावा जिसने हर वक़्त किया
जरुरत आने पर गैरों की तरह ही पेस आते रहे
जो दर्द पर दर्द देते रहे हम हर दर्द पर मुस्कुराते रहे
ज़िन्दगी हमारी है पर हम हमेशा उनके हिसाब से चलाते रहे
फ़िरभी वो हमपे हर बार इल्जाम लगाते रहे
ज़िन्दगी हमारी है तो ज़ीने के तरिके कब तक...
जरुरत आने पर गैरों की तरह ही पेस आते रहे
जो दर्द पर दर्द देते रहे हम हर दर्द पर मुस्कुराते रहे
ज़िन्दगी हमारी है पर हम हमेशा उनके हिसाब से चलाते रहे
फ़िरभी वो हमपे हर बार इल्जाम लगाते रहे
ज़िन्दगी हमारी है तो ज़ीने के तरिके कब तक...