अविनाशी ज्ञान
तुम कहते हो केशव, अनंत हो तुम ही,
सूर्य की गाथा, उसका संत हो तुम ही,
नया जन्म तुम्हारा, पर ज्ञान है पुराना,
सूर्य की किरणों में, छुपा है ये फसाना।
हे अर्जुन,
गौर से सुनो,
ज्ञान का ये सागर, तुम्हें है बताना।
अनंत हूँ मैं , काल का मैं खेल,
आता हूं हर युग में, ये माया का मेल।
तुम्हारे...
सूर्य की गाथा, उसका संत हो तुम ही,
नया जन्म तुम्हारा, पर ज्ञान है पुराना,
सूर्य की किरणों में, छुपा है ये फसाना।
हे अर्जुन,
गौर से सुनो,
ज्ञान का ये सागर, तुम्हें है बताना।
अनंत हूँ मैं , काल का मैं खेल,
आता हूं हर युग में, ये माया का मेल।
तुम्हारे...