🪴🪴🪴 फिर क्या था🪴🪴🪴
जिस दिन नजर
मिली दोनो की
चाल चलन सब
बदल चुकी थी
अगल बगल से
जब वो जाते
मैं अब थोड़ा
सम्हल रही थी
मिलने की फरियाद
हुई तो खुशी से
झूम के उछल पड़ी
आती हूं मम्मी
कह कर मैं
घर से अपने
निकल पड़ी
कुछ ही दूरी
पर उसकी
वो काली
रंग...
मिली दोनो की
चाल चलन सब
बदल चुकी थी
अगल बगल से
जब वो जाते
मैं अब थोड़ा
सम्हल रही थी
मिलने की फरियाद
हुई तो खुशी से
झूम के उछल पड़ी
आती हूं मम्मी
कह कर मैं
घर से अपने
निकल पड़ी
कुछ ही दूरी
पर उसकी
वो काली
रंग...