...

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*प्रात:का नमन*
*जंगल जंगल ढूँढ रहा है..*
*मृग अपनी कस्तूरी...।*

*कितना मुश्किल है तय करना ...*
*खुद से खुद की दूरी....।*

*भीतर शून्य.. !*
*बाहर शून्य.. !*
*शून्य चारो ओर है ..!*

*मैं नहि हूँ मुझमें*
*फिर भी ""मैं मैं""*
*का ही शोर है।।*