मुन्तज़िर
तेरे मुन्तज़िर को रुलाये है ,ये इंतज़ार के पल,,
किश्तों में ही क्यो मिलते है ,हमें प्यार के...
किश्तों में ही क्यो मिलते है ,हमें प्यार के...