हम चाहने लगे हैं!!
अब जो मस्तिष्क में तुम्हें पाने की जगह
स्वयं को तुम्हें सोंप देने के विचार आने लगे हैं
अब जो हिय की सारी कटु शंकाएं
तुम्हारे आगे मस्तक झुकाने लगे हैं
अब जो हमारे अधरों पर...
स्वयं को तुम्हें सोंप देने के विचार आने लगे हैं
अब जो हिय की सारी कटु शंकाएं
तुम्हारे आगे मस्तक झुकाने लगे हैं
अब जो हमारे अधरों पर...