...

1 views

आजादी
आजादी की चिड़िया थी मैं
तूने हाथ बढ़ाया
नई जिंदगी की तलाश मे, मैं
तेरे घोंसले में आया ।

पर गलत थी मैं जो समझी तुझे
प्यार कि नन्ही चिरोया,
तेरे हर झूट को सच समझ कर
दिल से तुझे आजमाया।
तेरे साथ सजाने अपने सपने
मैंने कुरवां दी आजादी
पर प्यार के ईनाम मैं मिली तो मुझे
सिर्फ धोका और बर्बादी।
अपनी गगन में उड़ जाऊंगी मैं
मेरी पंख मुझे लौटा दे,
दूर जाने की इज्जाजत दे कर
वापस आजाद मुझे बनादे।

© silent singer