कुछ नई शुरुआत करते है,
चलो ना, नए साल में
कुछ नई शुरुआत करते है,
भूल के सारी कड़वी बातें,
कुछ मीठी सी बात करते है।।
क्या चाहा था,क्या हो गया,
क्या पाया था,क्या खो गया,
किसका साथ छूटा था,
कौन अपना हो गया।।
बेमतलब की ऐसी बातों में
वक्त नही बर्बाद करते हैं,
चलो ना, नए साल में
कुछ नई शुरुआत करते है।।
गुजारे थे जो हसीन लम्हे,
जिसमे चैन ओ आराम मिला था,
जब खिले थे मुस्कान होठों पे
रिस्तों को नया आयाम मिला...
कुछ नई शुरुआत करते है,
भूल के सारी कड़वी बातें,
कुछ मीठी सी बात करते है।।
क्या चाहा था,क्या हो गया,
क्या पाया था,क्या खो गया,
किसका साथ छूटा था,
कौन अपना हो गया।।
बेमतलब की ऐसी बातों में
वक्त नही बर्बाद करते हैं,
चलो ना, नए साल में
कुछ नई शुरुआत करते है।।
गुजारे थे जो हसीन लम्हे,
जिसमे चैन ओ आराम मिला था,
जब खिले थे मुस्कान होठों पे
रिस्तों को नया आयाम मिला...