वतन
लहू मेरा मेरी मीटी से मिलकर केसरी हो गया.....
हर कतरा मेरे जिस्म का तेरा कर्ज़दार हो गया.....
जिस मिटी पर जन्म लिया उस माँ कि गोद में खेला था.....
है सौभाग्य मेरा आज उसी माँ कि गोद में सो गया....
है अफ़सोस नहीं मेरे मरने का मेरा वतन सदा...
हर कतरा मेरे जिस्म का तेरा कर्ज़दार हो गया.....
जिस मिटी पर जन्म लिया उस माँ कि गोद में खेला था.....
है सौभाग्य मेरा आज उसी माँ कि गोद में सो गया....
है अफ़सोस नहीं मेरे मरने का मेरा वतन सदा...