besabar mere jazbaat!
तुज़मे कुछ तो है बात,,,,,,
वरना यूंही न ढहती मेरे जज़्बात की दीवार ।
साधी सरल अविचल जिंदगी मेरी,,,
तू उसमें जिलेबी सी गोलाकार,,,
तरल विरल शांत सा चेहरा मेरा,,,
तू उसमें...
वरना यूंही न ढहती मेरे जज़्बात की दीवार ।
साधी सरल अविचल जिंदगी मेरी,,,
तू उसमें जिलेबी सी गोलाकार,,,
तरल विरल शांत सा चेहरा मेरा,,,
तू उसमें...