एक पैग़ाम
मुद्दत बाद उसने एक
पैग़ाम भेजा ,
लिखकर कैसी हो मेरी
जान भेजा ,
भूल गई क्या प्यार अपना ,
या मोहब्बत से
किनारा कर लिया ,
मेरे बिना कैसे तुमने
गुजारा कर लिया ,
हम न मिले...
पैग़ाम भेजा ,
लिखकर कैसी हो मेरी
जान भेजा ,
भूल गई क्या प्यार अपना ,
या मोहब्बत से
किनारा कर लिया ,
मेरे बिना कैसे तुमने
गुजारा कर लिया ,
हम न मिले...