...

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कीचड़ का कमल
#जंजीर#जकड़न#उमश

इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
साथ सबका छोड़कर।।

खता होगी माफ करना
जन्म है तो मृत्यु वर्ना
कर दिखाती कुछ न कुछ
हाथ दोनो जोड़कर।।

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