किताब....!!!
किताब मेरी, पन्ने मेरे और सोच भी मेरी है,
फिर मैं जब लिखूं वो ख्याल क्यों तेरे होते हैं,...
फिर मैं जब लिखूं वो ख्याल क्यों तेरे होते हैं,...