Ansuljhi Paheli...🌿
मैं रहूं या न रहूं ,मेरा पता रह जाएगा
शाक पर यदि एक भी पत्ता हरा रह जाएगा
बो रही हूं बींज कुछ भावनाओं के यहां
खुशबुओं का एक अनोखा सिलसिला रह जाएगा
अपने गीतों को दुनिया की खुदगर्जी से दूर...
शाक पर यदि एक भी पत्ता हरा रह जाएगा
बो रही हूं बींज कुछ भावनाओं के यहां
खुशबुओं का एक अनोखा सिलसिला रह जाएगा
अपने गीतों को दुनिया की खुदगर्जी से दूर...