इज़हार
लफ्ज़ो में कैसे समझाऊं मैं
तुम्हें अपने चाहत की गहराई
साये की तरह तू हरपल मेरे साथ चलता है
इज़हारे महोब्बत किया है तुमसे
दिल में रब की तरह तुम्हें बसाया है
सज़दा तेरा हरपल...
तुम्हें अपने चाहत की गहराई
साये की तरह तू हरपल मेरे साथ चलता है
इज़हारे महोब्बत किया है तुमसे
दिल में रब की तरह तुम्हें बसाया है
सज़दा तेरा हरपल...