...

8 views

मजदूर
मज़दूर


जीवन में दिल के टुकड़े हुए
मौत में तन बिखर गया
तिनके जोड़ कर आशियाने बनाए
खुद अपना घर बिछड़ गया
रोटी की खातिर छूटा गांव
रोटी की खातिर तन छूट गया
मगर फिक्र नहीं ज़माने को
कुछ किसी का न लूट गया ।।
© NC