नारायण की लीला
श्री कृष्ण गोविंद, हे मुरारी,
जिसे दुनिया हरि पुकारी,
वासुदेव का नाम जो भी जपे,
माया के बंधन सब कटें।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण, तेरी लीला न्यारी,
शस्त्र और शास्त्र का तू ही पुजारी।
गोपियों का प्रेम, वृंदावन की कहानी,
धर्म संकट में रची वीर की जवानी,
सुदर्शन से रचा इतिहास कहानी,
अधर्म मिटाने तू आया हर बार।
रंगों का रचैया, तू युगों का भगवान,
तेरे नाम से रोशन है हर एक दिशा,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।
हरि बोल हरि बोल हरि बोल हरि बोल
हरि बोल हरि बोल हरि...
जिसे दुनिया हरि पुकारी,
वासुदेव का नाम जो भी जपे,
माया के बंधन सब कटें।
श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण, तेरी लीला न्यारी,
शस्त्र और शास्त्र का तू ही पुजारी।
गोपियों का प्रेम, वृंदावन की कहानी,
धर्म संकट में रची वीर की जवानी,
सुदर्शन से रचा इतिहास कहानी,
अधर्म मिटाने तू आया हर बार।
रंगों का रचैया, तू युगों का भगवान,
तेरे नाम से रोशन है हर एक दिशा,
हे नाथ नारायण वासुदेवा।
हरि बोल हरि बोल हरि बोल हरि बोल
हरि बोल हरि बोल हरि...