...

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बेरंग
बेरंग सी ज़िन्दगी से
आख़िर कैसे नजरें चुराऊं
रंगों को मुट्ठी में भर
सबसे कब तक छिपाऊं।।

मांग में लालिमा सजाए
इंद्रधनुषी मोतियां गले में बिठाए
हरी हरी चूड़ियां खनकाए...