सत्य और न्याय
हर पल तुम डर डर के जीते हो
किसी को खोने का डर लिए तुम बैठे हो
सच तुम कहने से बहोत कतराते हो
पर झूठ की ज्यादा उम्र नहीं होती ये जान तुम घबराते हो
तुम कुछ भी झूठी बाते बनाते रहते हो
हम कभी समझ ना पाएंगे ऐसी सोच रखते हो
जो आप से बहोत शिद्दत से प्यार करता...
किसी को खोने का डर लिए तुम बैठे हो
सच तुम कहने से बहोत कतराते हो
पर झूठ की ज्यादा उम्र नहीं होती ये जान तुम घबराते हो
तुम कुछ भी झूठी बाते बनाते रहते हो
हम कभी समझ ना पाएंगे ऐसी सोच रखते हो
जो आप से बहोत शिद्दत से प्यार करता...