...

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humsafar
मुझे अब भी याद आती हैं, ⁣
तेरी वो बातें, ⁣
जिनको सुनते- सुनाते, ⁣
हमने काटी थी, कई रातें, ⁣
उन रातों में, ⁣
हम बेशक़ दूर थे, ⁣
फ़िर भी तेरी मौजूदगी की कमी ना थी, ⁣
हालात से भले ही मजबूर थे, ⁣
फिर भी होंठों पर हँसी थी, आँखो में नमी ना थी। ⁣
पर वक़्त की कश्ती में, वो साथ कहीं छूट गया, ⁣
सफ़र हमारा भी खूबसूरत था, ⁣
मगर, ⁣
हमसफ़र जरा सा रूठ गया।
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