" मां ने संवारा "
किस्मत ने जब कभी भी हमकों बेघर किया,
मां ने संवारा सबको और घर को घर किया।
उठना सवेरे जल्दी काम के लिए,
समय नही मिला आराम के लिए,
सब कुछ सहज भाव...
मां ने संवारा सबको और घर को घर किया।
उठना सवेरे जल्दी काम के लिए,
समय नही मिला आराम के लिए,
सब कुछ सहज भाव...