इंतज़ार
#इंतज़ार
कभी खोए है हम ख्यालों की दुनिया में,
कभी भूले है हम खुदको राह निहारने में,
कभी सोचा न था की यूं बदल जाएगा मंज़र हमारा,
कभी चाहा न था की करना होगा इतना इंतज़ार तुम्हारा।
साजिश है ये हवाओं की, उनकी भनक लगने देती नही,
शरारत है ये फिजाओं की, उनको सामने से मिलाते नही,...
कभी खोए है हम ख्यालों की दुनिया में,
कभी भूले है हम खुदको राह निहारने में,
कभी सोचा न था की यूं बदल जाएगा मंज़र हमारा,
कभी चाहा न था की करना होगा इतना इंतज़ार तुम्हारा।
साजिश है ये हवाओं की, उनकी भनक लगने देती नही,
शरारत है ये फिजाओं की, उनको सामने से मिलाते नही,...