कल किसने देखा है
किस्मत की लकीरो मे क्या है
ये लेकर क्यू बैठे हम
कर्म अपने हाथो मे है
तो क्यू ना करे हम
ज़िन्दगी मे जो नही मिला है
उसका अफ़सोस क्यू करे हम
अपने पास जो कुछ है जो भी मिला है
उसी मे क्यू ना ख़ुश रहे हम
माना कभी खुशियाँ हैं कभी गम हैं
ये तो जीवन के दो पहलू है तो क्यू मायूस हों हम
मुश्किल राहें कठिन रास्तो के पार ही...
ये लेकर क्यू बैठे हम
कर्म अपने हाथो मे है
तो क्यू ना करे हम
ज़िन्दगी मे जो नही मिला है
उसका अफ़सोस क्यू करे हम
अपने पास जो कुछ है जो भी मिला है
उसी मे क्यू ना ख़ुश रहे हम
माना कभी खुशियाँ हैं कभी गम हैं
ये तो जीवन के दो पहलू है तो क्यू मायूस हों हम
मुश्किल राहें कठिन रास्तो के पार ही...