कामयाबी
1.*कामयाबी*
वक्त की जरूरतों ने हमें अपने ही आशियाने से बिछड़ने पर मजबूर कर दिया।
जिसके सुनहरे आंचल में सुकून पलता था उसी मां की ममता से दूर कर दिया॥
तारीफें मिली पर सुकून नहीं, कमाई शोहरत ने पराए शहर में भी मशहूर कर दिया।
आ गया तो घर लौटा ही नहीं जरा सी कामयाबी ने हमें दौलत के नशे में चूर कर दिया॥
*2. संघर्ष*
घर से निकले तो दर दर भटके इक आशियाने को खोजने पर मजबूर कर दिया।
अपने घर में देर तलक सोता था मैं ,पर नए घर ने जल्द उठने पर मजबूर कर दिया॥
वो जली रोटी वो अधूरी पकी सब्जी खाने पर मजबूर कर दिया!
पहले हालातो ने बनाया शिकार...
वक्त की जरूरतों ने हमें अपने ही आशियाने से बिछड़ने पर मजबूर कर दिया।
जिसके सुनहरे आंचल में सुकून पलता था उसी मां की ममता से दूर कर दिया॥
तारीफें मिली पर सुकून नहीं, कमाई शोहरत ने पराए शहर में भी मशहूर कर दिया।
आ गया तो घर लौटा ही नहीं जरा सी कामयाबी ने हमें दौलत के नशे में चूर कर दिया॥
*2. संघर्ष*
घर से निकले तो दर दर भटके इक आशियाने को खोजने पर मजबूर कर दिया।
अपने घर में देर तलक सोता था मैं ,पर नए घर ने जल्द उठने पर मजबूर कर दिया॥
वो जली रोटी वो अधूरी पकी सब्जी खाने पर मजबूर कर दिया!
पहले हालातो ने बनाया शिकार...